![सावधान! बिना इंश्योरेंस टोल पार किया तो चालान कटेगा ऑटोमैटिक, फिर सीधे 3 महीने की जेल](https://destinationnortheast.co.in/wp-content/uploads/2025/02/without-car-insurance-automatic-challan-will-be-issued-as-soon-as-you-cross-the-toll-gates-1024x576.jpg)
बगैर इंश्योरेंस (Insurance) के वाहन चलाने वालों के लिए बुरी खबर! अगर आपका वाहन बिना वैध इंश्योरेंस के टोल गेट पार करता है, तो आपका ऑटोमैटिक ई-चालान (E-Challan) कट जाएगा। इतना ही नहीं, अगर आप दोबारा पकड़े जाते हैं, तो न केवल भारी जुर्माना लगेगा, बल्कि आपको तीन महीने तक की जेल भी हो सकती है। यह नई प्रणाली ओडिशा (Odisha) में 1 फरवरी 2025 से लागू की जा रही है, जिसके तहत 22 टोल गेट्स पर ई-डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा।
कैसे काम करेगा यह ई-डिटेक्शन सिस्टम?
यह नई तकनीक टोल प्लाजा पर लगे हाई-टेक ई-डिटेक्शन सिस्टम के जरिए काम करेगी। जब कोई वाहन टोल गेट पार करेगा, तो यह सिस्टम उसकी नंबर प्लेट को स्कैन करेगा और इंश्योरेंस डेटा को रियल-टाइम में चेक करेगा। अगर वाहन का इंश्योरेंस वैध नहीं पाया जाता है, तो तुरंत ऑटोमैटिक ई-चालान (E-Challan) जारी कर दिया जाएगा। पहली बार पकड़े जाने पर ₹2,000 का चालान कटेगा, जबकि दूसरी बार पकड़े जाने पर यह राशि बढ़कर ₹4,000 हो जाएगी। बार-बार नियम तोड़ने वालों को तीन महीने तक की जेल भी हो सकती है।
क्यों जरूरी है यह नई प्रणाली?
देश में लाखों वाहन बिना इंश्योरेंस के चल रहे हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मुआवजा मिलने में दिक्कत होती है। इंश्योरेंस नहीं होने की स्थिति में दुर्घटना के बाद वाहन मालिक को बड़ी आर्थिक क्षति उठानी पड़ सकती है, जबकि पीड़ितों को भी किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाती।
ओडिशा सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए यह कदम उठाया है ताकि सड़कों पर हर वाहन वैध इंश्योरेंस के साथ चले और दुर्घटनाओं की स्थिति में उचित मुआवजा सुनिश्चित हो सके।
पहले भी लागू हो चुकी है यह तकनीक
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की ई-डिटेक्शन प्रणाली लागू की जा रही है। इससे पहले बिहार सरकार ने अपने 32 टोल प्लाजाओं पर इसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया था, जो वाहनों के PUC (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) सर्टिफिकेट की जांच करता था। इस प्रणाली के तहत बिना PUC वाले वाहनों पर ₹10,000 तक का चालान लगाया गया था। मात्र दो दिनों में 5,000 से ज्यादा ई-चालान जारी किए गए थे। सरकार ने इस सिस्टम को पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और अन्य स्मार्ट शहरों में भी लागू करने की योजना बनाई है।
क्या अन्य राज्यों में भी लागू होगी यह व्यवस्था?
बिहार और ओडिशा के बाद यह प्रणाली जल्द ही अन्य राज्यों में भी लागू हो सकती है। केंद्र सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार नए कदम उठा रही है और संभव है कि आने वाले समय में इस प्रणाली को देशभर में लागू किया जाए।
क्या करना चाहिए वाहन मालिकों को?
अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपके वाहन का इंश्योरेंस वैध हो। टोल गेट से गुजरने से पहले अपने वाहन के इंश्योरेंस की स्थिति जांच लें और समय पर रिन्यूअल करवाएं। अन्यथा, न केवल भारी जुर्माना भरना पड़ेगा, बल्कि जेल जाने की नौबत भी आ सकती है।