Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेला में मची भगदड़, कई की मौत, कई जख्मी, अमृत स्नान रद्द

Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेला में मची भगदड़, कई की मौत, कई जख्मी, अमृत स्नान रद्द
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेला में मची भगदड़, कई की मौत, कई जख्मी, अमृत स्नान रद्द

महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) के दौरान संगम तट पर मंगलवार की रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। भीड़ के दबाव के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें अब तक 14 लोगों की मौत होने की खबर है, जबकि 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ, जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अमृत स्नान के लिए उमड़ पड़ी थी।

घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, और प्रशासन की ओर से एयर एंबुलेंस के जरिए भी घायलों को उपचार के लिए ले जाया जा रहा है। मेला क्षेत्र में फैली अफरातफरी के कारण पूरे प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है।

श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव में मची भगदड़, कई की जान गई

सूत्रों के अनुसार, भगदड़ तब हुई जब कुछ महिलाएं संगम तट के पास गिर गईं। इससे पहले कि वे उठ पातीं, पीछे से आने वाली भीड़ ने उन्हें कुचल दिया, जिससे भगदड़ मच गई। अफरातफरी का माहौल इस कदर फैल गया कि लोग इधर-उधर भागने लगे और कई श्रद्धालु बेकाबू भीड़ में दबकर घायल हो गए।

अब तक 17 शव स्वरूपरानी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जा चुके हैं, हालांकि, प्रशासन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की है।

NSG कमांडो ने संभाला मोर्चा, संगम नोज क्षेत्र सील

घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। NSG कमांडो को संगम तट पर तैनात कर दिया गया है और संगम नोज क्षेत्र को आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इस इलाके में अब केवल अखाड़ों के साधुओं को स्नान करने की अनुमति दी गई है।

महाकुंभ में अमृत स्नान पर रोक, अब अगला स्नान बसंत पंचमी को

भगदड़ के बाद महाकुंभ प्रशासन ने अमृत स्नान पर रोक लगा दी है। मेला प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने अपने अमृत स्नान कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। अब अगला शाही स्नान बसंत पंचमी के दिन होगा।

यह फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद लिया गया। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने और भविष्य में इस तरह की घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने के आदेश जारी किए हैं।

अस्पतालों में घायलों की भीड़, एंबुलेंस की लंबी कतारें

भगदड़ में घायल श्रद्धालुओं को लेकर अस्पतालों में एंबुलेंस की कतारें लगी हुई हैं। मेला क्षेत्र के सभी अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं और डॉक्टर घायलों के इलाज में जुटे हुए हैं। कई गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।

1954 के महाकुंभ की यादें ताजा, जब 1000 लोगों की गई थी जान

महाकुंभ 1954 (Maha Kumbh 1954) के दौरान भी इसी तरह की भगदड़ हुई थी, जिसमें 1000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। तब भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन विफल रहा था, और अब 2025 के इस हादसे ने उसी त्रासदी की यादें ताजा कर दी हैं।

हादसे की जांच के आदेश, प्रशासन ने उठाए कड़े कदम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने को कहा गया है ताकि आगामी स्नानों के दौरान इस तरह की घटना दोबारा न हो।

प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। मेला क्षेत्र में अब अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है, ताकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रित रखी जा सके।

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