नई दिल्ली: फरवरी 2025 की शुरुआत के साथ ही बैंकिंग और डिजिटल भुगतान (Digital Payment) से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियम बदल गए हैं। इन नए नियमों का सीधा प्रभाव आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी और उनकी जेब पर पड़ेगा। इसमें एटीएम (ATM) से नकदी निकालने के शुल्क में बढ़ोतरी, UPI लेन-देन के नए मानदंड, मिनिमम बैलेंस की नई सीमा और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव जैसी चीजें शामिल हैं। इन बदलावों का उद्देश्य लोगों को कैशलेस ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ाना और डिजिटल भुगतान को और अधिक सुरक्षित बनाना है।
ATM से पैसे निकालने पर बढ़ा शुल्क
आज से एटीएम से नकदी निकालने पर पहले की तुलना में अधिक शुल्क देना होगा। नए नियमों के तहत ग्राहक अब हर महीने केवल 3 बार मुफ्त में अपने बैंक के एटीएम से पैसे निकाल सकेंगे। इसके बाद हर अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर 25 रुपये शुल्क लगेगा, जो पहले 20 रुपये था।
अगर कोई ग्राहक दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालता है, तो उसे अब 30 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन शुल्क देना होगा। इसके अलावा, एक दिन में अधिकतम 50,000 रुपये ही निकाले जा सकेंगे। बैंकिंग एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बदलाव डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
UPI ट्रांजेक्शन के नए नियम, नहीं चलेगी ये वाली UPI ID
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से लेन-देन करने वालों के लिए भी नए नियम लागू हो गए हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI आईडी बनाने के नियमों में बदलाव किया है। अब स्पेशल कैरेक्टर्स (@, #, $, आदि) वाली UPI आईडी को स्वीकार नहीं किया जाएगा। UPI उपयोगकर्ताओं को केवल अल्फ़ान्यूमेरिक कैरेक्टर्स (अक्षर और संख्याओं) का उपयोग करके आईडी बनानी होगी। यह बदलाव डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए किया गया है।
मिनिमम बैलेंस की सीमा में हुआ बदलाव
बैंक में न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance) बनाए रखने की सीमा भी बढ़ा दी गई है। नए नियमों के तहत कई बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने मिनिमम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है। जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों को अब 3000 रुपये की बजाय 5000 रुपये अपने खाते में बनाए रखने होंगे। और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के खाताधारकों के लिए मिनिमम बैलेंस 1000 रुपये से बढ़ाकर 3500 रुपये कर दिया गया है। इसके आलावा केनरा बैंक के ग्राहकों को अब कम से कम 2500 रुपये का बैलेंस अपने खाते में बनाए रखना होगा।
अगर खाताधारक इस निर्धारित न्यूनतम राशि से कम बैलेंस रखते हैं, तो उन्हें बैंक की ओर से जुर्माना शुल्क देना होगा।
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में हुई कटौती
एलपीजी (LPG) गैस सिलेंडर के दामों में भी बदलाव हुआ है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने 1 फरवरी 2025 से 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 4 रुपये से 7 रुपये की कटौती की है। खास बात यह है कि लगातार दूसरे महीने एलपीजी की कीमतों में कटौती हुई है।
हालांकि, घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14 किलो) की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 1 अगस्त 2024 से ही घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
मारुति की कारों की कीमतों में बढ़ोतरी
देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने अपनी कारों के दाम बढ़ा दिए हैं। 1 फरवरी 2025 से मारुति की विभिन्न कारों की कीमतों में 32,500 रुपये तक की वृद्धि हुई है। कंपनी का कहना है कि उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के कारण यह फैसला लिया गया है।
कैसे प्रभावित होंगे आम लोग?
इन नए नियमों का सीधा प्रभाव आम लोगों की बैंकिंग आदतों और रोजमर्रा के खर्चों पर पड़ेगा। एटीएम शुल्क बढ़ने से लोग अब डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्राथमिकता देंगे। UPI आईडी के नए नियम सुरक्षा बढ़ाने के लिए हैं, लेकिन इससे कुछ लोगों को असुविधा हो सकती है। मिनिमम बैलेंस की सीमा बढ़ने से खाताधारकों को अपने खाते में अधिक धनराशि बनाए रखनी होगी, जिससे वे गैरजरूरी निकासी से बचेंगे।