![RBI Rate Cut का बड़ा असर! अब 25 लाख, 50 लाख या 1 करोड़ के होम लोन पर कितनी बनेगी EMI?](https://destinationnortheast.co.in/wp-content/uploads/2025/02/rbi-rate-cut-know-how-much-emi-will-be-saved-after-interest-rate-cut-1024x576.jpg)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगभग पांच वर्षों में पहली बार रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है, जिससे यह 6.50% से घटकर 6.25% हो गया है। इस निर्णय का सीधा असर होम लोन की ब्याज दरों और ईएमआई (EMI) पर पड़ेगा, जिससे लोन धारकों को राहत मिलेगी।
रेपो रेट में कटौती का मतलब
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक धनराशि उधार देता है। रेपो रेट में कमी का मतलब है कि बैंकों के लिए उधार लेने की लागत कम हो जाती है, जिससे वे अपने ग्राहकों को सस्ती ब्याज दरों पर लोन प्रदान कर सकते हैं।
होम लोन ईएमआई पर प्रभाव
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती के बाद होम लोन की ब्याज दरों में कमी आई है, जिससे ईएमआई (EMI) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिए, 20 वर्षों के लिए 30 लाख रुपये के होम लोन पर, यदि ब्याज दर 9% से घटकर 8.75% हो जाती है, तो मासिक ईएमआई 26,992 रुपये से घटकर 26,551 रुपये हो जाएगी, यानी हर महीने लगभग 441 रुपये की बचत होगी।
इसी प्रकार, 50 लाख रुपये के लोन पर भी ब्याज दर में 0.25% की कमी से ईएमआई में कमी आएगी, जिससे लोन धारकों को वित्तीय राहत मिलेगी। यह कटौती न केवल मासिक किस्तों को कम करती है, बल्कि लोन की कुल अवधि को भी घटा सकती है, जिससे कुल ब्याज भुगतान में भी बचत होती है।
इस प्रकार, रेपो रेट में की गई यह कटौती होम लोन धारकों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी साबित हो रही है।
रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रभाव
रेपो रेट में कटौती से न केवल होम लोन धारकों को लाभ होगा, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि सस्ती ईएमआई से घर खरीदने की मांग बढ़ेगी, जिससे रियल एस्टेट बाजार में तेजी आएगी।
निष्कर्ष
आरबीआई की इस रेपो रेट कटौती से होम लोन धारकों को महंगी ईएमआई से राहत मिलेगी और उनकी मासिक बचत में वृद्धि होगी। यह कदम न केवल व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर और समग्र अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहित करेगा।