![मार्केट में चल रहे 100 रुपये के नकली नोट से सावधान! RBI ने बताए हैं ये आसान तरीके, ऐसे करें पहचान](https://destinationnortheast.co.in/wp-content/uploads/2025/01/rbi-guidelines-to-identify-fake-and-real-100-rs-note-know-instructions-1024x576.jpg)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 100 रुपये के नकली नोटों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक अहम चेतावनी जारी की है। RBI ने लोगों को नकली नोटों से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं, जिससे वे असली और नकली नोट में आसानी से फर्क कर सकते हैं।
100 रुपये के नकली नोटों का बढ़ता खतरा
100 रुपये का नोट भारत में सबसे ज्यादा चलन में रहने वाले नोटों में से एक है। यह न केवल सामान्य लेनदेन बल्कि व्यापार और रोजमर्रा की खरीदारी में भी सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसी वजह से जालसाज इस नोट की नकली प्रतियां तैयार कर बाजार में चला रहे हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए RBI ने लोगों को सतर्क रहने और असली नोट की पहचान करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
100 रुपये के असली और नकली नोट में ऐसे करें फर्क
RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, असली 100 रुपये के नोट में कुछ प्रमुख विशेषताएं होती हैं, जो इसे नकली नोट से अलग बनाती हैं।
पानी के निशान और सुरक्षा धागा,असली 100 रुपये के नोट में महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ एक वाटरमार्क (Watermark) मौजूद होता है। इसके अलावा, नोट में एक सुरक्षा धागा (Security Thread) होता है, जो प्रकाश में देखने पर चमकता है। नकली नोटों में यह विशेषता नहीं होती या धागा स्पष्ट रूप से नजर नहीं आता।।
उभरी हुई छपाई और माइक्रो टेक्स्ट,RBI द्वारा जारी असली नोट में उभरी हुई छपाई (Embossed Printing) होती है, जिसे छूकर महसूस किया जा सकता है। खासकर महात्मा गांधी की तस्वीर, अशोक स्तंभ और नोट के कुछ अन्य हिस्सों में यह उभार स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। नकली नोटों में यह प्रभाव नहीं होता। साथ ही, असली नोट पर ‘RBI’, ‘भारत’, ‘India’ और ‘100’ लिखा माइक्रो टेक्स्ट होता है, जिसे ध्यान से देखने पर ही पढ़ा जा सकता है।
रंग बदलने वाली स्याही,असली 100 रुपये के नोट में एक खास तरह की स्याही का इस्तेमाल किया जाता है, जो नोट को झुकाने पर हरे से नीले रंग में बदलती है। यह स्याही ‘100’ के अंक पर लगाई जाती है। नकली नोटों में यह प्रभाव नहीं दिखता।
ब्लीड लाइन और पहचान चिह्न,दृष्टिहीन व्यक्तियों की सुविधा के लिए असली 100 रुपये के नोट में ब्लीड लाइन (Bleed Lines) और खास पहचान चिह्न (Identification Mark) होते हैं। यह विशेषता नकली नोटों में नहीं पाई जाती या बहुत हल्की होती है।
अल्ट्रावायलेट लाइट टेस्ट,यदि आप 100 रुपये के नोट की प्रमाणिकता को लेकर संदेह में हैं, तो इसे अल्ट्रावायलेट (UV) लाइट के नीचे देखने पर साफ हो जाएगा। असली नोट के कुछ हिस्से UV लाइट में चमकते हैं, जबकि नकली नोटों में यह प्रभाव नहीं होता।
नकली नोट मिलने पर क्या करें?
अगर आपको कोई नकली 100 रुपये का नोट मिलता है, तो घबराएं नहीं। भारतीय रिजर्व बैंक ने नकली नोटों की पहचान और उन्हें रिपोर्ट करने के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की है।
- नकली नोट मिलने पर तुरंत नजदीकी बैंक शाखा या पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें।
- बैंक को नोट जमा करने पर वे इसकी जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।
- यदि कोई व्यक्ति नकली नोट का उपयोग करता हुआ पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
- नकली नोट को खुद से नष्ट न करें, क्योंकि यह कानूनी अपराध माना जाता है।
नकली नोटों से बचाव के लिए RBI की सलाह
भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को जागरूक करने और नकली नोटों के खतरे से बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण कुछ सुझाव दिए हैं। जैसे सभी लोग लेनदेन के दौरान खासकर 100 रुपये के नोट को ध्यान से जांचें। और बाजार में नोट प्राप्त करने पर उसकी विशेषताओं को परखें। शक होने पर नोट को बैंक में जमा कराएं और जांच करवाएं। इसके अलावा डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दें, जिससे नकली नोटों की समस्या से बचा जा सके।
निष्कर्ष
100 रुपये के नकली नोटों की बढ़ती समस्या को देखते हुए हर व्यक्ति को सतर्क रहने की जरूरत है। RBI के निर्देशों का पालन करके कोई भी व्यक्ति असली और नकली नोट की पहचान कर सकता है और खुद को वित्तीय धोखाधड़ी से बचा सकता है। यदि कोई नकली नोट मिलता है, तो तुरंत इसे रिपोर्ट करना जरूरी है ताकि इसके प्रसार को रोका जा सके।