मंईयां सम्मान योजना में से कट सकता है आपका नाम, ऐसे हो रही है डुप्लीकेट आवेदन की पहचान

मंईयां सम्मान योजना में से कट सकता है आपका नाम, ऐसे हो रही है डुप्लीकेट आवेदन की पहचान
मंईयां सम्मान योजना में से कट सकता है आपका नाम, ऐसे हो रही है डुप्लीकेट आवेदन की पहचान

झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 58 लाख तक पहुंच चुकी है, लेकिन हाल ही में इसमें बड़े पैमाने पर धांधली के मामले सामने आए हैं। सरकारी जांच में पाया गया है कि कई महिलाओं के नाम से डुप्लीकेट आवेदन किए गए हैं। ऐसे मामलों में सरकार ने लाभार्थियों की सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि किसी महिला के बैंक खाते से बार-बार आवेदन किया गया है, तो उनका नाम भी हट सकता है।

मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़े की जांच शुरू

राज्य सरकार ने पिछले साल यह योजना शुरू की थी, जिसके तहत पहले प्रत्येक महिला को 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही थी। हेमंत सोरेन सरकार ने दूसरी बार सत्ता में आने के बाद इस राशि को बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति माह कर दिया।

सरकार ने लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रताएं निर्धारित की थीं, लेकिन हाल ही में इसमें धांधली की खबरें सामने आई हैं। जांच में पाया गया कि एक ही बैंक खाते से 94 बार आवेदन किया गया है। इस तरह के हजारों डुप्लीकेट आवेदनों का पता चला है, जिससे सरकार सतर्क हो गई है।

बोकारो में 11,200 फर्जी आवेदन मिले

झारखंड सरकार की एजेंसियां इन डुप्लीकेट आवेदनों की गहन जांच कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, केवल बोकारो जिले में 11,200 से अधिक फर्जी आवेदन पाए गए हैं। राज्य सरकार ने ऐसे सभी आवेदनों को रद्द करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही, सरकार योजना में लाभ लेने वाली महिलाओं का फिजिकल वेरिफिकेशन भी करवा रही है।

इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह पता लगाना है कि किन महिलाओं ने जानबूझकर या अनजाने में डुप्लीकेट आवेदन किए हैं। यदि किसी महिला के बैंक खाते का दुर्पयोग कर योजना का लाभ लेने की कोशिश की गई है, तो ऐसी महिलाओं को योजना की अगली किस्त का लाभ नहीं मिलेगा।

कैसे हो रही है डुप्लीकेट आवेदन की पहचान?

सरकार ने आधुनिक तकनीकों और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके डुप्लीकेट आवेदनों की पहचान करने का कार्य शुरू किया है। जिन आवेदकों ने एक ही आधार नंबर, बैंक खाता, मोबाइल नंबर या अन्य दस्तावेजों का उपयोग करके कई बार आवेदन किया है, उनकी पहचान की जा रही है।

सरकार द्वारा निम्नलिखित तरीकों से सत्यापन किया जा रहा है:

  1. बैंक खाते से क्रॉस वेरिफिकेशन – यदि किसी बैंक खाते से कई बार आवेदन किया गया है, तो ऐसे मामलों को प्राथमिकता से जांचा जा रहा है।
  2. आधार कार्ड लिंकिंग – सभी आवेदनों को आधार से जोड़ा जा रहा है ताकि एक ही व्यक्ति द्वारा किए गए कई आवेदन पकड़े जा सकें।
  3. फिजिकल वेरिफिकेशन – लाभार्थी सूची में शामिल महिलाओं का फिजिकल वेरिफिकेशन करवाया जा रहा है ताकि वे सही लाभार्थी हैं या नहीं, इसकी पुष्टि हो सके।

कैसे कट सकता है आपका नाम?

यदि किसी महिला के बैंक खाते या पहचान पत्र का उपयोग करके एक से अधिक आवेदन किए गए हैं, तो सरकार द्वारा उस महिला का नाम लाभार्थी सूची से हटाया जा सकता है। इसके आलावा किसी महिला के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल किया गया है। या फिर क खाते का उपयोग करके बार-बार आवेदन किया गया हो। सरकार के फिजिकल वेरिफिकेशन में किसी भी तरह की गड़बड़ी पाई जाती है। या फिर महिला ने योजना की पात्रता शर्तों को पूरा नहीं किया है।

अगली किस्त का भुगतान जल्द, लेकिन नहीं मिलेंगे पैसे फर्जी आवेदकों को

सरकार ने घोषणा की है कि योजना की अगली किस्त जल्द जारी की जाएगी। लाखों महिलाएं इस राशि का इंतजार कर रही हैं, लेकिन जिनके आवेदन डुप्लीकेट पाए गए हैं, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा

सरकार की ओर से सभी जिलों के लाभार्थियों की लिस्ट को दोबारा से जांचा जा रहा है। इसके तहत सभी महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है कि वे किसी भी गलत तरीके से योजना में आवेदन न करें, अन्यथा उनका नाम हमेशा के लिए लाभार्थियों की सूची से हटाया जा सकता है

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