![देव नारायण जयंती पर स्कूल रहेंगे बंद, शिक्षा विभाग का आदेश हुआ जारी Rajasthan School Closed](https://destinationnortheast.co.in/wp-content/uploads/2025/01/all-schools-in-rajasthan-will-remain-closed-on-4th-february-on-the-occasion-of-dev-narayan-jayanti-1024x576.jpg)
राजस्थान सरकार ने देव नारायण जयंती के अवसर पर प्रदेश के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है। यह निर्णय राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के माध्यम से सार्वजनिक किया गया है।
देव नारायण जयंती कब है?
देव नारायण जयंती इस वर्ष 4 फरवरी 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। यह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को पड़ती है, जिसे सूर्य सप्तमी भी कहा जाता है।
देव नारायण जी कौन हैं?
देव नारायण जी को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और वे राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों सहित देश के कई हिस्सों में लोक देवता के रूप में पूजे जाते हैं। उनका जन्म 911 ईस्वी में एक गुर्जर शासक परिवार में हुआ था, जिन्होंने भीलवाड़ा (मेवाड़) में मंडल झील की स्थापना की थी। अपनी दिव्य शक्तियों के माध्यम से उन्होंने लोक कल्याण के लिए कई चमत्कारिक कार्य किए, जिसके कारण वे देव स्वरूप बन गए।
देव नारायण जयंती का महत्व और उत्सव
देव नारायण जयंती गुर्जर समाज एवं सर्व समाज के श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिवर्ष बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस अवसर पर झांकियां, शोभायात्रा, पूजा, भजन-कीर्तन और भंडारे जैसे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विशेष रूप से राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में इस दिन का विशेष महत्व है।
राजस्थान में अवकाश की घोषणा
राजस्थान सरकार ने देव नारायण जयंती के उपलक्ष्य में 4 फरवरी 2025 को प्रदेश के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है। यह निर्णय राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के माध्यम से सार्वजनिक किया गया है।
अन्य राज्यों में स्थिति
हालांकि राजस्थान में इस दिन अवकाश घोषित किया गया है, अन्य राज्यों में यह अवकाश स्थानीय परंपराओं और सरकारी निर्णयों पर निर्भर करता है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन वहां के विद्यालयों में अवकाश की स्थिति स्थानीय प्रशासन के निर्णय पर निर्भर करेगी।
निष्कर्ष
देव नारायण जयंती एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है, जो भगवान विष्णु के अवतार देव नारायण जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। राजस्थान सरकार द्वारा इस अवसर पर विद्यालयों में अवकाश की घोषणा से प्रदेश में इस पर्व के प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रदर्शन होता है।