बसंत पंचमी का अवकाश बदलेगा, इस जिले में 5 फरवरी तक ऑनलाइन होगी पढ़ाई

बसंत पंचमी का अवकाश बदलेगा, इस जिले में 5 फरवरी तक ऑनलाइन होगी पढ़ाई
बसंत पंचमी का अवकाश बदलेगा, इस जिले में 5 फरवरी तक ऑनलाइन होगी पढ़ाई

उत्तर प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने महाकुंभ 2025 में स्नान के लिए तीन दिन के अवकाश की मांग की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा है। शिक्षकों का कहना है कि 144 साल बाद पड़ रहा यह महाकुंभ एक ऐतिहासिक अवसर है, जिसे उनके परिवारों के साथ अनुभव करने का अवसर मिलना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षक संघ ने यह मांग रखी है कि सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में तीन दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए।

शिक्षकों ने किया बसंत पंचमी की छुट्टी बदलने का आग्रह

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ और अन्य शिक्षक संगठनों ने अवकाश तालिका में बसंत पंचमी की तिथि को संशोधित करने की भी मांग की है। वर्तमान तालिका के अनुसार, बसंत पंचमी का स्नान 2 फरवरी को तय है, लेकिन धार्मिक पंचांग के अनुसार इसका मुख्य स्नान 3 फरवरी को होगा। ऐसे में शिक्षक संगठनों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 2 फरवरी के बजाय 3 फरवरी को अवकाश घोषित किया जाए।

इसके अतिरिक्त, शिक्षक संघ ने 29 जनवरी को भी अवकाश घोषित करने की मांग की है, क्योंकि इस दिन मौनी अमावस्या है। यह हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस दिन स्नान व धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इस मांग का समर्थन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह और शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने भी किया है।

महाकुंभ 2025 के लिए शिक्षकों की विशेष मांग

विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर तीन दिन का अवकाश घोषित करने की मांग की है। एसोसिएशन का कहना है कि 144 साल बाद पड़ने वाला यह महाकुंभ एक ऐतिहासिक और दुर्लभ अवसर है। यह आयोजन कई पीढ़ियों के लिए अविस्मरणीय रहेगा, क्योंकि अगला महाकुंभ इतनी लंबी अवधि के बाद आने की संभावना नहीं है।

एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी और प्रदेश सचिव संयुक्त मोर्चा दिलीप चौहान ने कहा कि शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के लिए तीन दिन का अवकाश मिलना चाहिए, ताकि वे अपने परिवार के साथ इस महान आध्यात्मिक आयोजन में हिस्सा ले सकें। उन्होंने सरकार से इस मांग पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया है।

वाराणसी में 5 फरवरी तक ऑनलाइन होगी पढ़ाई

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए वाराणसी प्रशासन ने कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी स्कूलों को 5 फरवरी तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं।

प्रशासन का मानना है कि महाकुंभ के कारण वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक भीड़ रहेगी, जिससे विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो सकती है। इसीलिए 5 फरवरी तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में ऑनलाइन शिक्षा का आदेश दिया गया है

क्या सरकार मान लेगी शिक्षकों की मांग?

अब बड़ा सवाल यह है कि क्या सरकार शिक्षकों की मांग को स्वीकार करेगी? महाकुंभ भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसमें देशभर से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में शिक्षकों की यह मांग स्वाभाविक रूप से सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण विषय बन सकती है।

हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन अगर शिक्षकों और कर्मचारियों की यह मांग स्वीकार होती है, तो उत्तर प्रदेश में तीन दिन के अवकाश की घोषणा संभव हो सकती है। इससे न केवल शिक्षक बल्कि अन्य कर्मचारी भी इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त कर सकेंगे।

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